गुस्ल की दुआ (Ghusl Ki Dua) - जानिए पूरी तफसील

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इस्लाम में पाकीज़गी को बहुत अहमियत हासिल है। हर मुसलमान के लिए गुस्ल की दुआ (Ghusl Ki Dua) एक अहम इबादत है। ये वो दुआ है जो हम नहाने से पहले पढ़ते हैं। गुस्ल से हमारा जिस्म और रूह दोनों पाक होते हैं। हमारे नबी ﷺ ने हमें गुस्ल की दुआ का तरीका और इसकी फज़ीलत बताई है।

जब हम गुस्ल की दुआ पढ़ते हैं तो अल्लाह तआला हमारी इबादत में बरकत डालते हैं। यह दुआ हमें याद दिलाती है कि हम अल्लाह से इस्तिग़फार करें और पाक-साफ रहें। आइए जानते हैं गुस्ल की दुआ के बारे में पूरी तफसील, इसे पढ़ने का सही तरीका और इसका मतलब।

गुस्ल की दुआ की फज़ीलत

  • अल्लाह तआला की रज़ा के लिए है
  • रोज़ाना की इबादत में बरकत मिलती है
  • गुनाहों से पाक होने का ज़रिया है
  • सुन्नत पर अमल करने का सवाब मिलता है

गुस्ल की दुआ का पूरा मतन

अरबी में दुआ

بِسْمِ اللهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِيْمِ
اللَّهُمَّ اجْعَلْنِي مِنَ التَّوَّابِينَ وَاجْعَلْنِي مِنَ الْمُتَطَهِّرِينَ

हिंदी में पढ़ें

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
अल्लाहुम्मज-अल्नी मिनत्-तव्वाबीन, वज-अल्नी मिनल् मुततह्हिरीन

इंग्लिश में पढ़ें (How to Read)

Bismillah-ir-Rahman-ir-Raheem
Allahumma-j’alni minat-tawwabeen, wa-j’alni minal-mutatahhireen

दुआ का तर्जुमा

हिंदी में: हे अल्लाह! मुझे तौबा करने वालों में शामिल कर दो और मुझे पाक-साफ रहने वालों में शामिल कर दो।

English: O Allah! Make me among those who repent and keep me among those who stay pure.

Ghusl Ki Dua Arabic
Ghusl Ki Dua In Hindi
Ghusl Ki Dua In English

गुस्ल की दुआ कब पढ़ें?

  1. फर्ज़ गुस्ल से पहले।
  2. जुमे का गुस्ल करते वक्त।
  3. ईदैन का गुस्ल करते वक्त।
  4. एहराम का गुस्ल करते वक्त।
  5. रोज़ाना के गुस्ल के वक्त।

गुस्ल की दुआ सीखने का आसान तरीका

  1. पहले बिस्मिल्लाह याद करें।
  2. फिर पहला हिस्सा याद करें (अल्लाहुम्मज-अल्नी मिनत्-तव्वाबीन)।
  3. फिर दूसरा हिस्सा (वज-अल्नी मिनल् मुततह्हिरीन)।
  4. मतलब समझ कर याद करें।
  5. रोज़ाना पढ़ने की आदत डालें।

For English Readers: Complete Guide to Ghusl Ki Dua

Ghusl Ki Dua is an essential prayer in Islam that we recite before taking a bath. This beautiful dua asks Allah for both physical and spiritual cleanliness. Here’s everything you need to know about this important prayer.

When to Read:

  • Before obligatory bath (Fard Ghusl).
  • Before Friday bath.
  • Before Eid bath.
  • Before Ihram bath.
  • During daily bath.

Learning Tips:

  • Start with understanding the meaning.
  • Learn it part by part.
  • Practice daily.
  • Teach your children.

ज़रूरी बातें

  • दुआ धीरे-धीरे और साफ आवाज़ में पढ़ें।
  • पूरे यक़ीन के साथ पढ़ें।
  • बच्चों को भी सिखाएं।
  • रोज़ाना की आदत बनाएं।

अल्लाह तआला हम सबको गुस्ल की दुआ को सही तरीके से पढ़ने और समझने की तौफ़ीक़ अता फरमाए। साथ ही इस पर अमल करने की हिदायत दे। आमीन सुम्मा आमीन।

Rokaiya
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